आंगनबाड़ी सहायिकाएं अपने मानदेय से रिफलिंग करा रही गैस सिलिंडर
आंगनबाड़ियों में गर्म भोजन पकाने के लिए प्रति नौनिहाल ईंधन व्यय महंगाई के इस दौर में सिर्फ 60 पैसा दिया जाता है, जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। अधिकांश आंगनबाड़ियों में नौनिहालों की संख्या गिनती में है, ऐसे में सहायिकाओं खाते में माह में 90 से 100 रुपये ही जमा होता है, जबकि सिलिंडर खरीदने उन्हें अपने मानदेय से 600 से 700 रुपये मिलाकर सिलिंडर रिफलिंग कराना पड़ता है, इससे सहायिकाएं परेशान हैं।
जिले के धमतरी, कुरुद, नगरी और मगरलोड ब्लाक में 1102 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है, यहां 50,000 से अधिक नौनिहाल दर्ज हैं। शासन के आदेशानुसार नौनिहालों को प्रतिदिन गर्म भोजन दिया जाना है। वहीं महतारी जतन योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन दिया जाता है।
गर्म भोजन पकाने प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्रों में दो सिलिंडर शासन से प्राप्त है, लेकिन ईंधन भराने प्रति नौनिहाल सिर्फ 60 पैसा ही मिलता है, जो पर्याप्त नहीं है। शहर के रामुपर वार्ड, मकेश्वर वार्ड, गोकुलपुर, बठेनापारा समेत अन्य आंगनवाड़ी केंद्रों में पदस्थ सहायिकाओं ने बताया कि शासन से उन्हें गर्म भोजन पकाने गैस सिलिंडर दिया गया है, जो उनके लिए किसी सिर दर्द से कम नहीं है।