प्रधानमंत्री के जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत रेलवे ने रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ दिनांक 17 सितम्बर 2021 को माननीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के द्वारा किया गया। इसके तहत रेलवे के सभी जोन में उपलब्ध प्रशिक्षण केन्द्रों में विभिन्नों ट्रेडों में 18 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन जिसका मुख्यालय बिलासपुर है, के द्वारा भी रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के अंतर्गत बेसिक ट्रेनिंग सेंटर (बी. टी. सी.) / वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर में निम्न ट्रेडों में उक्त प्रशिक्षण दिया जाता है-
1. फिटर – उपलब्ध सीटों की संख्या – 20
2. वेल्डर – उपलब्ध सीटों की संख्या – 20
3. मशीनिष्ट उपलब्ध सीटों की संख्या – 20
4. कम्प्यूटर बेसिक्स – उपलब्ध सीटों की संख्या – 20
10वीं कक्षा उत्तीर्ण व्यक्ति जो इन प्रशिक्षण को सीखने में रुचि रखता है, दी गई वेबसाइट पर आवेदन कर सकता है। सभी सफल उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट दिया जाता है इसके लिये कोई शुल्क नहीं लिया जाता है, अभ्यार्थियों को प्रशिक्षण के लिये कोई वेतन और प्रशिक्षण भत्ता नहीं दिया जाता है । अभ्यार्थियों के लिये 18 दिन की ट्रेनिंग फ्री है ।
इसके लिए किसी भी प्रशिक्षणार्थी को ऑनलाईन आवेदन करना होगा जिसका वेबसाईट https://railkvy.indianrailways.gov.in है ।
विस्तृत जानकारी के लिए निम्नलिखित मोबाईल नंबर पर संपर्क करें-
1. 97524-40478
2. 89640-33017
3. 90094-22067
Rail Kaushal Vikas Yojana 2022
इस योजना को भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के युवाओं को उद्योग आधारित कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिससे कि वह रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बन सके। यह Rail Kaushal Vikas Yojana प्रदेश के युवाओं के कौशल बढ़ने में और आत्मनिर्भर बनाने में कारगर साबित होगी। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के युवा अपनी शिक्षा पूरी करके निशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे एवं नए उद्योगों में रोजगार के बेहतर अवसर पाने में सक्षम बन सकेंगे। इसके अलावा युवा राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भागीदार भी बनेंगे। बनारस रेल इंजन कारखाना का प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र यह सुनिश्चित करेगा कि इस योजना के अंतर्गत युवाओं को सक्षम बनाने में सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है या नहीं। इस योजना का संचालन रेल मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।
लगभग 50000 युवाओं को इस योजना के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से लगभग 100 घंटे की कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद युवाओं को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा। यह प्रशिक्षण विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।