एसआईटी ने किया चौंकाने वाला खुलासा, बताई यहां थी हिंसा की जड़ें
कानपुर में जुमे की नमाज के बाद 3 जून को हुई हिंसा में कई बड़े राज खुलकर अब सामने आ रहे हैं। इसी बीच एसआईटी की जांच ने चौकानें वाला खुलासा किया है। कानपुर में सड़क पर हुए पत्थराव का कनेक्शन सीधा पाकिस्तान से बताया जा रहा है। नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भारत की विश्व पटल पर कई दिनों से हिंसा की चिंगारी लगी हुई है, जो कि अब तक बुझने का नाम नहीं ले रही। कानपुर में नमाज के बाद हुए बवाल का कनेक्शन पाकिस्तान में बैठे आकाओं द्वारा बताया जा रहा है
आपको बता दें कि जिस वक्त कानपुर में उपद्रवी भीड़ बवाल कर रही थी, उस समय कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अकील खिचड़ी अपने मोबाइल फोन से पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में था। इस हिंसा के बाद से हिस्ट्रीशीटर अतीक फरार है। इस खुलासे के बाद एसआईटी और सख्त हो गई, और अब इस उपद्रवी में पाकिस्तानी कनेक्शन खंगाल रही है। वहीं ऐसा बताया जा रहा है कि एसआईटी को उसका कनेक्शन बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा से भी मिल रहा है।
कानपुर हिंसा में अब तक हयात जफर अंसारी समेत 58 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। एसआईटी की लगातार जांच में अब तक दो बिंदु सामने आए हैं। पहला, उपद्रव की साजिश नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भारत की विश्व पटल पर बदनामी कराने की साजिश रची गई थी। दूसरा, उपद्रव के पीछे स्थानीय कारण हिंदुओं की बस्ती चंद्रेश्वर हाता खाली कराना था। कुछ बिल्डरों की नजर इस पर है, लेकिन 19 दिन बाद नए तथ्य ने पुलिस की जांच की दिशा बदल दी है। दंगों के बाद पुलिस नई सड़क के मोबाइल टॉवरों का डाटा खंगाल रही थी, उसमें सामने आया कि एक मोबाइल नंबर से उस वक्त पड़ोसी देश से बात चल रही थी। उसके बाद से वह नंबर लगातार बंद आ रहा है।
एसआइटी के कार्रवाई के दौरान पुलिस को व्हॉटसएप चैटिंग का एक स्क्रीन शॉट भी मिला है, जो अतीक का बताया जा रहा है, जिसमें वह उसी पाकिस्तानी व्हॉटसप नंबर से चैट कर रहा है, जो डाटा फिल्टर के दौरान मिला था। चैट में अतीक ने लिखा है कि शेख साहब और बम चाहिए, काम हो जाएगा। चैट का स्क्रीन शॉट अतीक का है या नहीं इसकी जांच चल रही है। बवाल के बाद पुलिस ने वीडियो, फोटो के आधार पर 40 हुड़दंगियों के पोस्टर जगह-जगह पर लगाए थे। कई युवकों को पुलिस ने घटना के वक्त भी दबोचा था।