आसमान में छाई बदली ने किसानों की बढ़ाई चिंता
कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। आसमान में छाई बदली ने धान कटाई कर रहे किसानों की चिंता फिर से बढ़ा दी है। बारिश की संभावना को देखते हुए खलिहानों में रखे धान की मिंजाई में तेजी आ गई है। बदली के कारण रविवार को दोपहर में तापमान अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस रही वहीं देर रात न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रहा है।
मानसून के उतार चढ़ाव जारी रहने पिछले सप्ताह भर से तापमान में स्थिरता बनी हुई है। आसमान में छाई बदली ठंड नदारत है। पांच दिन पहले हुई बारिश और बदली के कारण किसानों ने धान कटाई के काम को स्थगित कर दिया था। कषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ मौसम विशेषज्ञ संजय भेलावे ने 21 से 23 तक मौसम के तब्दीली की जानकारी पहले ही दे दी थी। इस बीज आसमान खुलने और धूप निकलने के कारण किसानों ने फिर धान कटाई शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश भर में एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू हो रही है। किसान उपज को बचने की तैयारी में लग गए हैं लेकिन मौसमी मार बाधा बन रही है। खेतों में अभी भी 25 फीसदी फसल की कटाई नहीं हुई है। किसानों की माने तो पतला धान को तैयार होने में अभी सप्ताह भर का समय लगेगा। मोटा धान की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है। कटाई के बाद धान को एक दिन खेत में रोकना पड़ता है, जिससे नमी कम हो, लेकिन आसमान में छाई बदली से सूखना संभव नहीं है। आने वाले दिनों में आसमान में बदली के साथ बारिश हुई तो किसानों का काफी नुकसान होगा। किसानों को गेहूं बोआई का इंतजार है लेकिन बदले मौसम ने खरीफ के साथ रबी फसल के लिए समस्या खड़ी कर दी है। मौसम के बिगड़े मिजाज ग्रामीण के अलावा शहरी क्षेत्र में भी असर रहा। रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण अधिकांश लोगों घर पर ही समय बिताया। अन्य दिनों की तरह बाजार में चहल पहल कम दिखी। मौसम में जारी उतार चढ़ाव ने किसानों की तरह व्यवसाइयों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच दी है। बदले मौसस से सर्दी-जुकाम और खांसी का असर बढ़ गया है। अस्पतालों में मौसमी बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ गई है।