रायपुर। रायपुर में अशोका बिरयानी के मालिक कृष्णकांत तिवारी को कोर्ट में पेश किया गया। दो युवकों की मौत के मामले में केके तिवारी को किया गया पेश. कोर्ट ने केके तिवारी को 4 मई तक की न्यायिक हिरासत में भेजा। रायपुर के बिरयानी में 2 कर्मचारियों की मौत के बाद पुलिस ने मामलें में अशोका बिरयानी के मालिक कृष्णकांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है।
मामलें में पुलिस ने बताया कि होटल अशोका बिरयानी में घटित घटना में थाना तेलीबांधा के अपराध क्रमांक 291/24 धारा 304,34 भादवि. के मुख्य आरोपी एवं होटल के संचालक कृष्णकांत तिवारी को गिरफतार किया गया है प्रकरण के दो अन्य आरोपी रोमिना मण्डल एवं रोहित चंद्र जो वर्तमान में जेल में निरूद्ध है जिनके रिहा होने पर प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है।
घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को भी जमकर प्रदर्शन हुआ। इस बीच देर शाम परिजनों ने दोनों लाश को होटल के दरवाजे पर रखकर नारेबाजी की। तेलीबांधा थाना क्षेत्र के जीई रोड स्थित बिरयानी में गटर साफ करने के दौरान दोनों की मौत हुई थी। इस मामले में प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये मौत घटना नहीं है, बल्कि प्रबंधन ने हत्या की है। मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया था
प्रदर्शनकारियों ने कहना है कि पुलिस एक हाफ बिरयानी में बिक गई है और होटल के मैनेजमेंट के लोग जो बयान दे रहे है उसी को आधार मानकर एक तरफा कार्रवाई की गई है। वही होटल के मैनेजरों द्वारा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बदलने की भी बातें सामने आ रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि कोई न कोई छुटभैया नेता होटल स्टाफ और मैनेजमेंट को बचाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगा रहा था।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का अहम रोल रहा
इसके अलावा प्रदर्शन खत्म करने की शर्तों के मुताबिक, अशोका बिरयानी प्रबंधन दोनों कर्मचारियों के परिजनों को 15-15 लाख रुपये मुआवजा समेत आजीवन 15-15 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता भी देगा। जिसके बाद परिजन शनिवार सुबह साढ़े 4 बजे के करीब लाश को लेकर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।
छत्तीसगढ़ीय क्रांति सेना ने दोनों शवो को होटल के सामने रख कर प्रदर्शन किया तब दबाव बना फिर ये बात मीडिया में वायरल हुआ और इसके बाद नेता लोग आने लगे इससे पहले कोई नेता पीड़ित परिवार से मिलने नहीं आए थे , यहाँ तक की छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी इसके बाद ही घटना स्थल पहुंचे थे |