ईसाई धर्म के रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार करने का विरोध, अब प्रशासन निकालेगा कब्र से लाश
छ्त्तीसगढ़ के बस्तर जिले में धर्मांतरित महिला के शव को गांव के कब्रिस्तान में दफनाने पर बवाल हो गया है। विरोध में सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों ने कहा कि, मृत महिला और उसके परिवार के सदस्यों ने धर्मांतरण कर ईसाई धर्म को अपना लिया था। जब 30 अगस्त को महिला की मौत हुई तो बिना किसी को बताए ईसाई रीति-रिवाज से ही दफना दिया गया। फिलहाल प्रशासन की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ है। मामला परपा थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, यह मामला बस्तर जिले के ग्राम पंचायत डिलमिली का है। डिलमिली आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। यहां धर्मांतरित महिला के शव दफनाने को लेकर जबरदस्त बवाल चल रहा है। शाम को सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिए। ग्रामीणों की मांग है कि, शव को निकाल कर संबंधित धर्म के कब्रिस्तान में दफनाया जाए। हालांकि, प्रशासन के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि आगामी 3 दिनों के भीतर इस मामले की जांच कर दफनाए गए शव को निकाला जाएगा।
अफसरों ने जब इस मामले को लेकर ग्रामीणों को लिखित में आश्वासन दिया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ और ग्रामीण सड़क से उठ जाम खोल दिए। फिलहाल, इस पूरे गांव में तनाव की स्थित बनी हुई है। पुलिस ने गांव के प्रमुखों से कहा है कि, गांव में किसी तरह से कोई बड़ी वारदात ना हो जाए इसका विशेष ध्यान रखें। साथ ही कानून को अपने हाथ में न लेने की समझाइश दी है। फिलहाल गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।