देश के सर्वोच्च वीरता सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित रिटायर्ड कैप्टन योगेंद्र यादव छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे। वो यादव समाज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। समाज के लोगों ने एयरपोर्ट पहुंचकर उनका स्वागत किया। योगेंद्र यादव सामाजिक प्रतिनिधियों के साथ इंडियन आर्मी में अहीर रेजिमेंट शुरू करने की मांग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के यादव समाज के युवाओं ने उन्हें अपना समर्थन दिया।
देश में अग्निपथ योजना से सैन्य भर्ती को लेकर उपजे विवाद और बिगड़े हालात को देखकर परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव का मन दुखी है। उन्होंने कहा, आपको विरोध करने का अधिकार है, मगर योजना को समझिए, फायदे क्या हैं ये देखिए। आपका यदि इसमें कुछ अहित है तो हम भी आपके साथ खड़े हैं।
मेरे राष्ट्र के जो युवा हैं मेरा उन सभी से अनुरोध है कि आपकी शक्ति राष्ट्र निर्माण में होनी चाहिए। राष्ट्र की सुरक्षा और रक्षा में होनी चाहिए। न कि राष्ट्र को बर्बाद करने में या खुद को बर्बाद करने में। हिंसक मत होइए, सरकारी संपत्ति को मत जलाइए। आपको विरोध करने का अधिकार है,
योंगेंद्र यादव ने कहा- देखिए ये प्रकृति का नियम है। बदलाव जिसने नहीं किया वो मिट जाता है। किसी भी योजना के पॉजिटिव-निगेटिव इम्पैक्ट होते हैं। मैं पॉजिटिव असर पर बात कर रहा हूं। ये जो अग्निपथ योजना है, एक गेम चेंजर है। इसका सही तरीके से प्रचार किया जाना जरूरी है। इसके नियमों की जानकारी पहुंचाना जरूरी है।
आगे उन्होंने ने कहा- अग्निपथ योजना से देश की युवा शक्ति का सेना में इस्तेमाल होगा। ये अच्छी बात है। इस शक्ति का तो इस्तेमाल किया जाएगा मगर 4 साल के बाद उसका क्या होगा। इस सवाल का जवाब न मिल पाना युवाओं को चिंतित कर रहा है। युवाओं में विश्वास पैदा करें कि 4 साल बाद यदि वो सेना में सिलेक्ट नहीं होते हैं तो उनकी दूसरी सरकारी संस्थाओं में नौकरी पक्की होगी। पहले भी भूतपूर्व सैनिकों को दूसरी नौकरी में प्राथमिकता देने की बातें तो होती हैं, मगर ये आज हो नहीं रहा इसलिए युवाओं में अविश्वास है।
यादव ने कहा- एक क्रिकेटर एक छक्का लगा देता है उसे करोड़ों रुपए मिल जाते हैं। मगर जब अग्निपथ स्कीम से भर्ती जवान शहीद होगा तो उसे एक करोड़ रुपए देंगे। मैं सरकार से ये भी कहूंगा कि एक करोड़ में उसके माता-पिता, पत्नी बच्चों की जिंदगी नहीं चलती। कोई एक जवान शहीद होता है तो उसके पूरे परिवार की जिंदगी का छक्का लग जाता है। पेंशन का प्रावधान होना चाहिए। जो जख्मी हो जाएं उनके लिए विकलांगता पेंशन देनी चाहिए ये मेरी मांग है।