छत्तीसगढ़ में राज्य गठन के बाद बनी तत्कालीन जोगी ,सरकार के कार्यकाल में 473 उर्दू शिक्षकों के पद मंजूर हुए थे , आदेश भी निकला , लेकिन भर्ती नहीं हो सकी । इसके बाद पूर्ववर्ती रमन सरकार के कार्यकाल में पूरे 15 साल इन शिक्षकों की भर्ती के लिए मांग होती रही ,
आवेदन- निवेदन चलते रहे , लेकिन ये डेढ़ दशक फिर इंतजार में निकल गया । 2018 में कांग्रेस सरकार बनने के बाद एक बार फिर इसी भर्ती के लिए बात चलती रही । अब जाकर उर्दू शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो पाई है । ऐसी संभावना है कि आने वाले कुछ समय में इन पदों पर भर्ती कर ली जाएगी । अब कांग्रेस सरकार में भर्ती की संभावना अब कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के करीब पौने चार साल पूरे होने के बाद उर्दू शिक्षकों की भर्ती का मामला रंग लाता दिख रहा है । इस बीच सरकार से कुछ अवसरों पर इन पदों पर भर्ती की मांग , आवेदन किए गए थे । राज्य सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पहल की है ।
एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि 24 मार्च 2005 को उर्दू शिक्षा कर्मियों के लिए 440 पद निर्मित किए गए हैं , इनमें शिक्षाकर्मी वर्ग- 1 , 2 और 3 में शालावार पद स्वीकृत किए गए । राज्य के 17 जिलों के 401 स्कूलों में तीनों श्रेणी के कुल 440 पदों का ,ब्योरा जारी किया गया है ।