भारतीय सेना में कम समय के लिए सेवा देने वालों के लिए नई भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत होने जा रही है। इस भर्ती प्रक्रिया को टूर ऑफ ड्यूटी का नाम दिया गया है, जिसके जरिए सैनिकों को सेना में एक निश्चित समय के लिए सेवा देने का मौका मिलेगा। भारतीय सेना की ओर से इसको लेकर अगले हफ्ते ऐलान किया जा सकता है। इसके साथ ही दो साल बाद एक बार फिर से भारतीय सेना में भर्ती की प्रक्रिया की शुरुआत होगी।
6 महीने का प्रशिक्षण होगा एक अधिकारी ने बताया कि टूर ऑफ ड्यूटी मॉडल से सेना,
वायु सेना और नौसेनाम में युवकों की भर्ती की जाएगी। यह भर्ती 6 महीने के प्रशिक्षण के बाद चार साल के लिए होगी। हालांकि यह भर्ती अधिकारी रैंक की नहीं होगी, बल्कि उससे नीचे के कर्मी के तौर पर होगी। सेना द्वारा प्रस्तावित इस नई भर्ती को लेकर काफी चर्चा है।
क्या है प्रावधान इस नई प्रक्रिया के तहत जिन जवानों की भर्ती की जाएगी, उन्हें 4 साल बाद सेवानिवृत्त किया जाएगा। नई भर्ती में 25 फीसदी जवानों को आगे फिर से सेवा विस्तार देने का प्रावधान है। लेकिन इसके लिए एक बार फिर से जवानों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इन जवानों को सैलरी के तौर पर 10 लाख रुपए का पैकेज दिया जाएगा, हालांकि जवानों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन नहीं दी जाएगी। जिन 25 फीसदी जवानों को दोबारा सेवा विस्तार दिया जाएगा, उन्हें 10 साल तक के लिए सेवा में शामिल किया जा सकता है। ऐसे जवान सेवानिवत्त होने के बाद सभी लाभ ले सकते हैं, जो अन्य जवानों को मिलते हैं।
इस नई प्रक्रिया से ना सिर्फ पेंशन वितरण का दबाव बढ़ेगा, बल्कि यूनिट में युवा जवानों की संख्या में भी इजाफा होगा। सामान्य प्रक्रिया से जब जवानों की भर्ती की जाती है तो वो तकरीबन 20 साल सेना में अपनी सेवाएं देते हैं और पेंशन के साथ रिटायर होते हैं। माना जा रहा है कि नई भर्ती की प्रक्रिया देशभर में अगस्त से दिसंबर माह के बीच चलेगी। इसमे तकरीबन 45 हजार युवा जिनकी उम्र 17-21 साल है भाग ले सकते हैं।