धमतरी : कांच गड़ने की बात कहकर 25 सितंबर की रात 11 बजे छह से सात युवक उपचार कराने सिविल अस्पताल नगरी पहुंचे। यहां उपचार कर रही दो नर्साें को इंजेक्शन लगाने के बाद युवकों ने घेर लिया। गंदा कमेंट व दुर्व्यवहार करने लगे। साथ ही कलकत्ता कांड की तरह घटना करने की धमकी देने से नर्स भयभीत होकर डर गई।
अस्पताल में महिला कर्मियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
अस्पताल में मौजूद अन्य महिला कर्मचारी भी भयभीत रहीं। नर्साें को धमकी देने के बाद युवकों ने अस्पताल के इंजेक्शन, दवाईयां समेत कई सामाग्रियों को तोड़कर नुकसान पहुंचाया है।
अस्पताल स्टॉफ ने यह भी बताया कि आपातकालीन रूम से वैक्सीन व दवाइयां निकालकर बरामदे में फेंक दिया। अस्पताल परिसर में लाइट को तोड़ दिया गया। घटना को अंजाम देने के बाद हॉल से जाते समय युवकों ने कलकत्ता कांड का जिक्र भी किया। इस घटना से अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मचारियों में दहशत है। युवकों ने सिविल अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरा को भी मोड़ दिया था।
आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
घटना के दूसरे दिन सिविल अस्पताल नगरी के सभी महिला-पुरूष कर्मचारी, डॉक्टर व स्टाफ नर्स नगरी थाना पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराकर आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही अस्पताल स्टॉफ ने कहा कि सिविल अस्पताल नगरी में महिला डॉक्टर के साथ महिला कर्मियों की संख्या ज्यादा है।
ऐसे में यहां ड्यूटी करने वाली महिला कर्मचारियों की सुरक्षा पर अब सवाल उठ गया है। घटना के बाद से दहशतजदा महिला कर्मचारी अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी खोलने की मांग की है, ताकि महिला कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान तत्काल सुरक्षा मिल सके।
अस्पताल में पुलिस चौकी खोलने की मांग ।
सिविल अस्पताल नगरी के बीएमओ डा अरूण नेताम ने बताया कि अस्पताल में 25 सितंबर की रात करीब 10 से 11 बजे छह से सात युवक अस्पताल पहुंचे और उपचार के दौरान यहां ड्यूटी पर तैनात रही दो स्टाफ नर्साें को घेरकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया है।
बीएमओ ने बताया कि गंदा कमेंट्स कर कलकत्ता कांड दोहराने की बात करते हुए नर्साें को डराया है। साथ ही अस्पताल के इंजेक्शन को तोड़कर दवाईयां फेंके और कई सामाग्रियों को नुकसान पहुंचाया है। नगरी थाना में घटना की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। अस्पताल में पुलिस चौकी खोलने की मांग की गई है।