
दुर्ग जिला में 6 साल की मासूम के साथ दरिंदगी और हत्या के बाद छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना में आक्रोश आरोपी को फांसी देने की मांग, दूसरी ओर वकील संघ एकजुट है. कोई भी वकील आरोपी का केस नहीं लड़ेगा, दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ ने लिया फैसला…
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला में 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में एवं आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण पैदल मार्च करने का निर्णय छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना, छत्तीसगढिय़ा युवा क्रान्ति सेना, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी एवं जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी रायपुर शहर ने लिया है। प्रदेश सहित पूरे देश को शर्मसार कर देने वाली इस घटना ने एक बार फिर लोगों को उद्वेलित कर दिया है। छत्तीसगढिय़ा युवा क्रान्ति सेना के प्रदेश अध्यक्ष शिवेन्द्र वर्मा ने बताया कि दुर्ग जिला में मानवता को शर्मसार करने देने वाली इस घटना में 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुराचार और नृशंस हत्या के विरोध में उस मासूम बच्ची को न्याय दिलाने और आरोपी को फांसी की सजा दिलाने के लिए कल शाम 6 बजे शांतिपूर्ण पैदल मार्च बाबा गुरु घासीदास चौक नगर घड़ी (महतारी अंगना)से जय स्तंभ चौक तक निकाला जायेगा।
दूसरी ओर कोई भी वकील आरोपी का केस नहीं लड़ेगा, दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ ने लिया फैसला
अब इस मामले में आरोपी का केस कोई भी वकील नहीं लड़ेंगे. यह निर्णय दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ की बैठक में लिया गया. अधिवक्ता संघ के कोषाध्यक्ष अनिल जायसवाल ने कहा, जिले के इतिहास के लिए कल काला दिन था. हमारी संघ ने फैसला लिया है कि कोई भी वकील आरोपी का केस नहीं लड़ेगा. संघ के सचिव रविशंकर सिंह ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि वकील संघ एकजुट है. कोई भी वकील आरोपी का केस नहीं लड़ेगा.
बता दें कि नवरात्रि के अंतिम दिन सगे चाचा ने अपनी 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी और पड़ोसी को फंसाने उसकी कार में लाश को डाल दिया था. इस पूरे मामला का खुलासा दुर्ग पुलिस ने कर दिया है. पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद लाश छुपाने के लिए आरोपी ने पड़ोसी की कार का इस्तेमाल किया था. आरोपी को मालूम था कि कार का एक डोर खराब है, जिसका उसने शव छिपाने के लिए इस्तेमाल किया. आरोपी को सजा दिलाने के लिए मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा. इस मामले में कार मालिक निर्दोष है.
घटना के बाद आक्राेशित लोगों ने कार मालिक के घर की थी तोड़फोड़
बता दें कि नवरात्रि के अंतिम दिन कन्याभोज के लिए सुबह करीब 9 बजे 6 साल की मासूम बच्ची घर से निकली थी, लेकिन शाम तक वह वापस नहीं लौटी. परेशान परिजनों ने काफी तलाश किया लेकिन कुछ भी पता नहीं चला. खोजबीन करते हुए शाम को घर के पास पार्क में कार की डिक्की से बच्ची की लाश मिली. इसकी जानकारी मिलते ही लोग आक्रोशित हो गए और कार मालिक के घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी. घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण किया. पुलिस ने बच्ची के शव को जिला अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने लोगों को समझाइश देने के बाद संदेही युवक को हिरासत में लिया है. वहीं परिजनों ने आरोपी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है.
घर पर आग लगाने वालों पर होगी कार्रवाई
कार में बच्ची का शव मिलने के बाद उग्र भीड़ ने कार मालिक के घर और गाड़ियों में आग लगा दी थी. इस मामले में एएसपी ने सुखनंदन राठौर ने बताया कि वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बच्ची की शरीर पर चोट के निशान
प्रत्यक्षदर्शी महिला मीना यादव के मुताबिक बच्ची की लाश कार की सीट के नीचे मिली है. शरीर में चोट के निशान थे. मुंह और नाक से खून भी बह रहा था. पैर भी मुड़ा हुआ था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच के जुटी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद परिजनों को बच्ची का शव सौंप दिया गया. जिसके बाद पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया.




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