मंगलवार शाम 6 बजे के करीब जब वंदे भारत एक्सप्रेस रायपुर प्लेटफॉर्म पर खड़ी हुई, तो NSUI कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ पहुंचे। पहले तो उन्होंने रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर घुसकर नारेबाजी की। उसके बाद वे वंदे भारत एक्सप्रेस के लोको पायलट केबिन के पास पहुंचे। इस विरोध-प्रदर्शन में NSUI के दो युवकों ने हाथों में हेलमेट रखा था और एक ने हाथों में मेडिकल किट का पैकेट पकड़ा था। उन्होंने चालक और सह चालक के बाहर आते ही उन्हें अपने हाथों से हेलमेट पहनाया और मेडिकल किट गिफ्ट में दिया।
प्रदर्शन कर रहे युवकों ने चालक से कहा कि केंद्र सरकार उनकी सुरक्षा नहीं कर पा रही, इसलिए वे हेलमेट पहनकर ही ट्रेन चलाएं।
इस प्रदर्शन के दौरान NSUI के संगठन महामंत्री हेमंत पाल ने कहा कि रेलवे द्वारा पिछले 11 महीनों से लगातार ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे का निजीकरण, महंगा किराया और ट्रेनों के बढ़ते एक्सीडेंट से स्थिति चिंताजनक हो गई है। यात्री जब ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंचता है, तो ट्रेन रद्द हो गई रहती है। जिससे उसे स्टेशन पर ही सोने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
वंदेभारत एक्सप्रेस खास लोगों की ट्रेन है, इसमें आम आदमी का सफर करना मुश्किल है। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री से मांग की है कि ट्रेन का किराया इतना रखा जाए, ताकि आम आदमी भी इसमें सफर कर सके।
IRCTC ने बिलासपुर से नागपुर के लिए चेयरकार का किराया AC-II के बराबर 1077 रुपए तय किया है।
इसी तरह एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 2045 रुपए टिकट रखा है। रेलवे ने ट्रेन को राजनांदगांव में भी स्टॉपेज दिया है। ट्रेन में चेयरकार का बिलासपुर से नागपुर का किराया AC II के बराबर 1070 रुपए तय किया है। वहीं एग्जीक्यूटिव क्लास में बिलासपुर से नागपुर तक सफर तय करने के लिए किराया 2045 रुपए है।
इसी तरह वंदेभारत ट्रेन में बिलासपुर से रायपुर तक चेयरकार के लिए 470 और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 905 रुपए किराया तय किया गया है। यात्रियों को बिलासपुर से दुर्ग के लिए 635 और 1155, बिलासपुर से राजनांदगांव के लिए 690 और 1265, बिलासपुर से गोंदिया के लिए 865 और 1620 रुपए खर्च करने होंगे।