छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार को हटाने के लिए भारतीय जनता पार्टी वृहद रूप से प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया था. इस आंदोलन में पीएम आवास एक बड़ा मुद्दा बना था, लेकिन छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार को कबिज हुए 4 महीने से भी ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन आज भी व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो पाई है. तखतपुर नगर पालिका के अड़ियल रवैए के चलते प्रधानमंत्री आवास योजना को अधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं और उनकी दादागिरी के सामने हितग्राहियों को बेबस होना पड़ रहा है.
नगर पालिका की अड़ियल रवैया
दरअसल यह पूरा मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर का है, जहां 150 हितग्राहियों से ज्यादा के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगरपालिका तखतपुर को एक करोड़ पचास लाख रुपए का फंड जारी किया गया था, लेकिन इसमें भी अधिकारी अपने चहेते को और पार्षद के इशारों पर फायदा पहुंचाने के लिए राशि आबंटित करा दिया, लेकिन जो इनके मापदंड में फिट नहीं बैठे ऐसे हितग्राहियों को किनारे कर दिया. यही वजह है कि 150 से अधिक हितग्राहियों में से 30 से 40 ऐसे हितग्राही हैं, जिनका फाइल कंप्लीट होने के बाद भी उनको लाभ नहीं मिल सका और ना ही उनको एक फूटी कौड़ी भी मिली.
बता दें कि ऐसे हितग्राही हैं, जो कांग्रेस शासन के समय आवास का पैसा नहीं मिलने से काफी निराश थे और एक नई उम्मीद को लेकर भाजपा की सरकार आने का इंतजार किए और भाजपा की सरकार आई तो इनकी उम्मीद की रौशनी की किरण एक बार फिर जगमगा उठी, लेकिन तखतपुर नगर पालिका के सुस्त और अड़ियल रवैया के आगे इनकी उम्मीद कब का दम तोड़ दी इनको पता भी नहीं चला. अब वित्तीय वर्ष समाप्त होने के चलते जो राशि आबंटित हुए थे वो पैसे केंद्र सरकार ने वापस मंगवा लिया है. याने एक बार फिर से नगर पालिका तखतपुर प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर फिसड्डी साबित हुई.
तखतपुर नगर पालिका को प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के लिए फरवरी माह में एक करोड़ पचास लाख की राशि आबंटित की गई थी, लेकिन पिछले डेढ़ महीनो में नगर पालिका ने फाइल कंप्लीट करने के बाद भी सिर्फ अपने चहेते हितग्राहियों और कमीशन के चक्कर में पैसा नहीं डाल पाई. पुराने वित्तीय वर्ष समाप्त होने के कारण से फंड वापस हो गया और 30 से 40 हितग्राहियों के खाते में पैसा नहीं डल पाया, जिसके कारण लगभग 35 लाख की राशि वापस चली गई. इसके चलते आवास हितग्राहियों में काफी आक्रोश है.
एसडीएम और सीएमओ ने क्या कहा…
इस मामले में एसडीएम ज्योति पटेल ने कहा कि सीएमओ से जानकारी मांगी है कि किस वजह से राशि लेप्स हुई है. उनका कहना था कि फाइनेंशियल ईयर एंडिंग की वजह से राशि वापस गई है, जो तीन चार दिनों में वापस आ जाएगी. नगर पालिका तखतपुर सीएमओ भूपेश दीवान ने बताया कि प्रदेश में लगभग सभी नगरीय निकायों में राशि वापस गई है. तखतपुर में 1.50 करोड़ में से 1.15 करोड़ की राशि वितरित कर दी गई है. शेष 35 लाख वित्तीय वर्ष के अंत होने के कारण शासन द्वारा वापस लिया गया है, जो दो चार दिन में वापस आ जाएगा. इसके बाद पात्र हितग्राहियों के खाते में राशि डाल दी जाएगी.
दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग
नगर पालिका तखतपुर के नेता प्रतिपक्ष टेकचंद कारड़ा का कहना है कि जनता का पैसा था जनता के खाते में जाना था. भाजपा की सरकार सिर्फ हितैषी बनने का ढोंग करती है. प्रधानमंत्री आवास योजना भाजपा की योजना है. इस योजना का पैसा जनता के बीच में नहीं जाना यह बताता है कि उन्हें जनता हित से कोई मतलब नहीं है, जबकि नगर पालिका में पहले से 90 लाख की फाइल तैयार थी. उसके बावजूद गरीब हितग्राहियों के खाते में पैसा नहीं डल पाया और 35 लाख की राशि लेप्स हो गई. एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच और दोषी अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है.